Introduction:
पूरी दुनिया में होली एक दिन खेली जाती है, लेकिन कानपुर में होली का नशा एक हफ्ते तक रहता है! यहाँ होली का समापन गंगा मेला (Ganga Mela) के साथ होता है। यह परंपरा सिर्फ और सिर्फ कानपुर में है।
Body:
1. 1857 की क्रांति से जुड़ा इतिहास
यह मेला सिर्फ धर्म नहीं, बल्कि देशभक्ति का प्रतीक है। 1857 की क्रांति के दौरान, जब अंग्रेज अधिकारियों ने होली के दिन क्रांतिकारियों को रिहा किया था, तब कानपुर के लोगों ने सरसैया घाट पर जमकर रंग खेला था।
कब होता है? होली के लगभग 5-7 दिन बाद, जब अनुराधा नक्षत्र लगता है।
2. सरसैया घाट का नजारा
इस दिन पूरा शहर रंगों से सराबोर होकर गंगा घाट (सरसैया घाट) पर उमड़ पड़ता है। हिंदू-मुस्लिम एकता और देशभक्ति का ऐसा संगम आपको भारत में कहीं और देखने को नहीं मिलेगा।
Call to Action (CTA):
क्या आपने कभी कानपुर का गंगा मेला देखा है? अगर नहीं, तो अगली होली का प्लान कानपुर का ही बनाएं!