तपेश्वरी देवी और बारादेवी - शक्ति की साधना (The Ancient Shakti Peeths)


Introduction:

कानपुर सिर्फ शिव नगरी नहीं, बल्कि शक्ति साधना का भी केंद्र है। यहाँ दो ऐसे देवी मंदिर हैं जिनका इतिहास रामायण काल और पुरातत्व (Archaeology) से जुड़ा है। आइए जानते हैं तपेश्वरी देवी और बारादेवी के बारे में।


Body:


1. तपेश्वरी देवी (बिरहाना रोड): सीता माता की तपस्या

मान्यता है कि जब भगवान राम ने सीता जी का त्याग किया था, तो बिठूर जाने से पहले सीता जी ने इसी स्थान पर रुककर तपस्या की थी।


खासियत: यहाँ तीन देवियों की प्रतिमाएं हैं। कहा जाता है कि यहाँ सच्चे मन से मांगी गई मन्नत कभी खाली नहीं जाती। यहाँ मुंडन संस्कार का विशेष महत्व है।

2. बारादेवी मंदिर (Baradevi): प्राचीनता का प्रतीक

कानपुर के दक्षिणी हिस्से का नाम ही इस मंदिर पर पड़ा है। एएसआई (ASI) के अनुसार, यहाँ की मूर्तियाँ 1500 साल से भी ज्यादा पुरानी हैं।


रहस्य: कहा जाता है कि यहाँ 12 बहनों (बारा देवी) ने एक साथ सती होकर पत्थर का रूप ले लिया था। नवरात्रि में यहाँ का मेला देखने लायक होता है।

Pro Tip: नवरात्रि के दौरान इन मंदिरों में जाने का प्लान बनाएं, लेकिन भीड़ के लिए तैयार रहें!