Introduction:
क्या आप कानपुर की भागदौड़ भरी जिंदगी में कुछ पल शांति के बिताना चाहते हैं? अगर हाँ, तो कानपुर के ये दो मंदिर न केवल आपकी आस्था को बढ़ाएंगे, बल्कि अपनी वास्तुकला (Architecture) से आपका मन मोह लेंगे। आज हम बात करेंगे जे.के. मंदिर और इस्कॉन मंदिर की।
Body:
1. जे.के. मंदिर (राधा-कृष्ण मंदिर): संगमरमर की कविता
शहर के बीचों-बीच स्थित जे.के. मंदिर (Juggilal Kamlapat Temple) आधुनिक और प्राचीन वास्तुकला का बेजोड़ नमूना है।
खासियत: यह मंदिर पूरी तरह से सफेद संगमरमर से बना है। इसके 5 शिखर अलग-अलग देवताओं को समर्पित हैं, लेकिन मुख्य गर्भ गृह में श्री राधा-कृष्ण विराजमान हैं।
क्यों जाएं: यहाँ की नक्काशी और विशाल मंडप आपको मंत्रमुग्ध कर देंगे। जन्माष्टमी के दौरान यहाँ की सजावट पूरे उत्तर प्रदेश में प्रसिद्ध है।
2. इस्कॉन मंदिर (बिठूर रोड): रूहानी सुकून
कानपुर का इस्कॉन मंदिर (Sri Sri Radha Madhav Mandir) एक ऐसा स्थान है जहाँ पहुँचते ही 'हरे कृष्णा' की गूंज से मन शांत हो जाता है।
वातावरण: यह मंदिर अपनी भव्यता और आध्यात्मिक ऊर्जा के लिए जाना जाता है। यहाँ का वैदिक आश्रम और गौशाला इसे खास बनाते हैं।
आरती का समय: शाम की आरती और कीर्तन में शामिल होना एक जादुई अनुभव है।
Pro Tip: जे.के. मंदिर में शाम को लाइट शो का आनंद लें और इस्कॉन में 'गोविंदास' रेस्टोरेंट का सात्विक भोजन जरूर चखें।
Conclusion:
कानपुर सिर्फ एक औद्योगिक शहर नहीं, बल्कि भक्ति का केंद्र भी है। अगली बार जब आप कानपुर आएं, तो इन दो जगहों पर जाना न भूलें।